आइसलैंड में ग्रिंडाविक के पास ज्वालामुखी में 8 फरवरी 2024 को तीसरी बार बड़ा विस्फोट हुआ है। इस विस्फोट से 3.21 किलोमीटर लंबी नई दरार बन गई। इसी दरार से 200 फीट ऊंचा लावा का फव्वारा निकल रहा है। फिलहाल इस विस्फोट से कोई नुकसान नहीं है।
आइसलैंड के मौसम विज्ञान कार्यालय ने कहा कि विस्फोट अंतरराष्ट्रीय समयानुसार लगभग छह बजे माउंट सुंधनुकुर के उत्तर-पूर्व में तीन किलोमीटर दरार आने के साथ शुरू हुआ।
लावा बहकर सड़कों तक आ गया है। सड़कों पर राख ही राख फैल रही है। आइसलैंड के ज्वालामुखी से 100-200 स्क्वायर मीटर प्रति सेकंड की दर से लावा बह रहा है।
ज्वालामुखी फटने की यह घटना 3,800 लोगों की आबादी वाले तटीय शहर ग्रिंडाविक से लगभग चार किलोमीटर उत्तर-पूर्व में हो रही है, जिसे 18 दिसंबर को पिछले विस्फोट से पहले खाली करा लिया गया था।
आइसलैंड की राजधानी रेक्येविक से यह सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है। इस दरार से लावा लगातार 100-200 स्क्वायर मीटर प्रति सेकंड की दर से बह रहा है।
मार्च 2021 में भी इसी इलाके में एक बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था। तब दरार से करीब 6 महीने तक लावा बहता रहा था। इसके बाद अगस्त 2022 में फिर एक विस्फोट हुआ, जिसका लावा तीन हफ्तों तक बहा था।
आइसलैंड की आबादी करीब 4 लाख हैं और यहां 140 ज्वालामुखी हैं। इनमें से करीब 33 एक्टिव वोल्केनो हैं। देश दो टेक्टोनिक प्लेटों पर बसा है। ये प्लेट्स खुद समुद्र के नीचे मौजूद एक पर्वत श्रृंखला से बंटी हुई है। इस पर्वत से लगातार मैग्मा निकलता रहता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, देश के मौसम विभाग ने बताया कि वोल्केनो फटने से पहले यहां पिछले एक महीने में हजारों भूकंप दर्ज किए गए।
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