भोपाल। दया धर्म तन बसे शरीरा, ताकि रक्षा करे रघुवीरा। इसलिए जीवों पर दया करो, उनका मांस मत खाओ, उनकी हत्या मत करो। रहम दिल बन जाओ। तभी वो खुदा, भगवान दया करेंगे। लोगों से यह आह्वान शाकाहार और नशामुक्ति के लिए जनजागरण अभियान चला रहे जय गुरुदेव नाम से विख्यात उज्जैन वाले बाबा उमाकांत महाराज ने भोपाल के जंबूरी मैदान में किया।
सतयुग लाने की तैयारी करो
देश-दुनिया में शाकाहार, सदाचार और नशामुक्ति के लिए लोगों में वैचारिक अलख जगाने वाले जय गुरुदेव के आह्वान पर उनके भक्तों द्वारा देशभर में निकाली गई शाकाहार, नशामुक्ति, जीव जागरण धर्म यात्रा के प्रथम चरण का समापन पिछले दिनों मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में हुआ। यहां देश-विदेश से आए हजारों भक्तों को महाराज जी ने कहा कि शाकाहार, नशामुक्ति, सदाचार का संदेश घर-घर तक पहुंचाओ, उनसे हाथ जोडक़र विनती करो कि तजो नशा, बनो शाकाहारी, छोड़ो व्यभिचार, बनो ब्रह्मचारी। सतयुग लाने की तैयारी करो।
शाकाहारी नहीं बने तो विपदाएं, आपदाएं आएंगी
उन्होंने कहा कि आने वाली तकलीफ, बीमारियों से बचने के लिए शाकाहारी और नशामुक्त बनो। उन्होंने कहा कि अगर शाकाहारी नहीं हुए तो दो-दो देवता हमला करेंगे। प्राकृतिक आपदाएं आएंगी तो कौन बचाने आएगा। जय गुरुदेव ने लोगों से प्रार्थना करते हुए कहा कि देश प्रेम बनाए रखो, किसी की बुराई मत करो, आंदोलन, तोडफ़ोड़ से दूर रहो। देश की संपत्ति को अपनी संपत्ति समझना, सबके लिए दिल में प्रेम की जगह बनाओ। शाकाहारी, नशामुक्ति के प्रचार में लगे रहो।