भोपाल। राजधानी भोपाल में होली के एक दिन बाद मंगलवार को एक महिला ने अपनी तीन मासूम बेटियों के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला और दो बेटियों की मौत हो चुकी है, जबकि एक मासूम बेटी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
महिला ने आत्महत्या करने से पहले अपने भाई को पांच वाइस मैसेज भेजकर बताया था कि बेटा नहीं होने के कारण उसे ससुराल में प्रताडि़त किया जाता है। मृतका के मायके वालों ने उसके ससुराल वालों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला भोपाल जिले के गुनगा थाना क्षेत्र के ग्राम रोडिया की है।
गुनगा टीआई अरुण शर्मा के अनुसार 28 वर्षीय संगीता यादव पत्नी रजत यादव ग्राम रोडिया की रहने वाली थी। मंगलवार सुबह परिजन ने संगीता, उसकी तीन बेटियों पांच साल की आराध्या, ढाई साल की मनु और करीब डेढ़ साल की सृष्टि को फांसी पर लटके देखा डॉक्टर ने जांच के बाद संगीता, आराध्या और सृष्टि को मृत घोषित कर दिया। मनु को गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
फांसी लगाने से भाई को भेजे मैसेज
मृतका संगीता यादव के भाई नीरज ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बहन ने उसे पांच वाइस मैसेज भेजकर बताया था कि उसका बेटा नहीं होने के कारण पति सहित ससुराल वाले उसे प्रताडि़त करते हैं और आए दिन उलाहना देते रहते हैं। उसका जीना दूभर कर दिया है। एक मैसेज में संगीता ने लिखा था वह बहुत खराब है। मैं सोचती थी कि आज नहीं तो कल सब ठीक हो जाएगा, लेकिन अब मैं जहर खा रही हूं। कोई नहीं बचेगा, सब मरेंगे। मायके पक्ष के लोगों का कहना है कि चार मार्च को संगीता की बहन की शादी थी। शादी में संगीता अपने पति रजत और बच्चियों के साथ मायके गई थी। वहां रजत ने हंगामा किया था और रात में ही संगीता को लेकर अपने गांव रोडिया आ गया था।
रात में भेजे मैसेज, सुबह भाई ने देखा
संगीता ने देर रात अपने भाई नीरज को वाइस मैसेज भेजे थे, लेकिन वह सो गया था, जिस कारण मैसेज नहीं देख पाया था। मंगलवार सुबह उसने मैसेज देखा तो अवाक रह गया। मैसेज देखने के बाद नीरज ने बहन संगीता यादव को फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद संगीता के देवर को फोन लगाया तो उसने कोई सही जवाब नहीं दिया। तब पड़ोस में गांव में रहने वाली अपनी बुआ को फोन लगाकर उसके बेटे को बहन के घर भेजा तो वहां गमगीन दृश्य था। मेरी बहन और दो भांजियों के शव रखे हुए थे। नीरज का आरोप है कि वे मेरी दीदी को मायके नहीं जाने देते थे, कहते थे कि तुम मायके चली जाओगी तो मैं फांसी लगाकर आत्महत्या कर लूंगा।
पहले बेटियों को फांसी पर लटकाया, फिर..
रजत संयुक्त परिवार में रहता है। इसके पिता होमगार्ड में पदस्थ हैं। रजत का दूध का व्यवसाय के साथ ही टेंट का कारोबार है। परिवार में माता-पिता के अलावा रजत के दो छोटे भाई-बहन हैं। करीब छह साल पहले हलाली डैम के पास ग्राम सिंगरामपुर निवासी संगीता से उसकी शादी हुई थी। टीआई शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि तीनों बेटियों को फांसी पर लटकाने के बाद संगीता ने फांसी लगाई है। एक सुसाइड नोट मिला है, उसमें लिखा है कि बच्चेदानी में गठान होने की वजह से वह बच्चे को जन्म नहीं दे सकेगी। इस वजह से जान दे रही है। इस मामले की जांच एसडीओपी द्वारा की जा रही है।