रायसेन। जिले के विश्व प्रसिद्ध सांची के चैत्यागिरि में मौजूद अस्थि कलशों की वैज्ञानिक तरीके से जांच करने के बाद गुरुवार को थाईलैंड के लिए रवाना किया गया। थाईलैंड में भगवान बुद्ध के परम शिष्य सारीपुत्र और महामोदगलायन के अस्थि कलशों को दर्शन के लिए एक माह तक रखा जाएगा। अस्थि कलशों को भोपाल तक संस्कृति विभाग के वाहनों से भेजा गया। सुरक्षा के लिहाज से रायसेन पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी भोपाल तक साथ गए हैं। भोपाल से फ्लाइट द्वारा दिल्ली ले जाएंगे। स्वामी उपातिस्स थेरो भी केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ गए हैं, जहां-जहां अस्थि कलश ले जाए जाएंगे स्वामी थेरो साथ रहेंगे। उन्होंने पहले इन स्थानों का भ्रमण कर अस्थि कलशों को ले जाने के लिए भारत सरकार को सहमति दी है।
अस्थि सुपुर्दगी के दौरान तपस्सी स्वामी को आया गश
गुरुवार सुबह केंद्र सरकार और जिला प्रशासन जिला प्रशासन और केंद्र सरकार के अधिकारी सांची के महाबोधि सोसायटी पहुंचे। इसके बाद अस्थि कलशों को तलघर से निकाला गया। इस दौरान चैत्यागिरि विहार के गर्भगृह में स्वामी उपतसिस को गश आ गया और वह फर्श पर गिर गए। उन्हें ग्लूकोज पिलाया गया। अस्थि कलश जाने से स्वामी काफी भावुक हो गए थे। अस्थि कलश निकालने की प्रक्रिया सुबह 10: 30 बजे से शुरू हुई थी।
अस्थि कलशों को भोपाल ले जाने से पहले पंचनामा बनाया गया, वैज्ञानिक जांच की गई फिर बॉक्स में सील किया गया। इस दौरान केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल को गार्ड ऑफ आनर दिया गया। इस दौरान केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ कलेक्टर अरविंद दुबे व एसपी विकाश शाहवाल भी मौजूद थे।