भोपाल। इन दिनों लहसुन के भाव आसमान पर है, जिससे किसानों की बल्ले-बल्ले हो गई है, लेकिन उन्हें लहसुन चोरी होने का डर सता रहा है। कोई फसल चुरा न ले जाए इसके लिए उन्होंने खेतों में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं और निगरानी के लिए चौकीदारों को तैनात भी कर दिया है।
मंडी में लहसुन 19 हजार से 20000 रुपए क्विंटल तक बिक रही है, जबकि बाजार में लोगों को 500 से 600 रुपए किलो तक लहसुन के दाम चुकाने पड़ रहे हैं। लहसुन के आसमान में भाव से किसानों की आमदनी में इजाफा हुआ है। लहसुन के भाव से खरीदार चिंतित हैं, वहीं किसानों में खेतों में लगी लहसुन को लेकर चिंता है। किसानों में चिंता इस बात की है कि महंगे दाम पर बिक रही लहसुन की फसल कोई चुरा न ले जाए। प्रदेश के उज्जैन क्षेत्र में तो किसानों ने फसल की सुरक्षा के लिए खेतों में सीसीटीवी लगा दिए हैं तो वहीं दूसरी ओर निगरानी के लिए कुछ मजदूरों (चौकीदारों) को भी तैनात कर दिया है।
छिंदवाड़ा के किसान ने लहसुन में कमाए 40 लाख से अधिक
इधर, छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर सांवरी बाजार अंतर्गत पौनार गांव के राहुल देशमुख ने छिंदवाड़ा, नागपुर, हैदराबाद और तमिलनाडु में करीब एक करोड़ रुपए की लहसुन बेची, जब राहुल ने लहसुन बेची उस समय इसका भाव 300 से 350 रुपए किलो था। राहुल का कहना है कि लागत निकालने के बाद उसने 40 लाख रुपए से अधिक कमाए हैं। उसने 13 एकड़ में लहसुन लगाई थी। वह एग्रीकल्चर से एमएससी है। पहले उसने एक सीड्स कंपनी में 20 हजार रुपए वेतन पर नौकरी की। इसके बाद नौकरी छोडक़र अपने गांव लौटा और किसानी करने में जुट गया।
इस किसान का कहना है यदि खेती वैज्ञानिक पद्धति से खेती की जाए तो इससे अच्छा कोई व्यापार नहीं है। वह बताते हैं कि मैंने एग्रीकल्चर में एमएससी करने के बाद अन्य युवकों को देखते हुए एक सीड्स कंपनी में 20 हजार रुपए महीने की तनख्वाह पर नौकरी की। इस दौरान उन्होंने कुछ किसानों को खासा मुनाफा कमाते देखा। उन किसानों से प्रेरित होकर नौकरी छोडकऱ किसानी शुरू की। वह बताते हैं 10 साल की कड़ी मेहनत की बदौलत खेती से लाखों रुपए कमाए। राहुल ने 150 लोगों को रोजगार भी दिया।