सारनी। बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी ब्लाक अंतर्गत ग्राम सलैया के 9 स्व-सहायता समूह की महिलाओं को जैविक खाद, मटका खाद बनाने के तरीके बताने के साथ ही उन्हें इसके फायदे भी बताए। महिलाओं को यह भी बताया कि वह इन खादों को बेचकर अपनी आमदनी बढ़ा सकतीं हैं। ऑर्गेनिक कंपोस्ट मेकिंग एवं वर्मी कल्चर फार्मिंग हेतु नाबार्ड के सहयोग से भारत ग्राम भारती महिला मंडल शोभापुर कॉलोनी द्वारा ग्राम सलैया में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को पिछले दिनों उन्नत कृषि के लिए प्रशिक्षक कमल कुदारे द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के समापन पर मुख्य अतिथि नाबार्ड महाप्रबंधक खालिद अंसारी, विशेष अतिथि के रूप में एनआरएलएम सतीश पवार आदि उपस्थित थे। इस मौके पर ममता यादव, प्रियंका वर्मा, आशा बरकुर एवं प्रिया सिनोटिया ने अपने अनुभव बताए। संस्था प्रमुख भारती अग्रवाल ने बताया महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें अन्य प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे। प्रशिक्षित 30 महिलाओं को छात्रवृत्ति उनके बैंक अकाउंट में जमा की जाएगी। ग्राम संगठन अध्यक्ष पार्वती विश्वकर्मा ने आभार व्यक्त किया।